भारतीय क्रिकेट के दिग्गज शिखर धवन ने शनिवार 24 अगस्त को सोशल मीडिया के जरिए क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। धवन ने एक वीडियो साझा करते हुए अपने फैंस, परिवार, कोच, टीम इंडिया और बीसीसीआई को धन्यवाद कहा। उनके संन्यास की खबर ने क्रिकेट जगत को हिला दिया है, जहां उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट दोनों से अलविदा ले लिया है।14 साल की शानदार क्रिकेट यात्राशिखर धवन का क्रिकेट करियर 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच से शुरू हुआ था। विशाखापट्टनम में हुए अपने डेब्यू मैच में वह बिना रन बनाए आउट हो गए थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल और 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत की। धवन ने अपने टेस्ट डेब्यू में 187 रन की शानदार पारी खेली थी, जिसने उनके करियर की ऊंचाइयों की शुरुआत की थी।धवन ने 14 वर्षों के करियर में 250 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं और 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। उनका अंतिम इंटरनेशनल मैच 10 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में हुआ था, जिसमें उन्होंने महज 3 रन बनाए थे।धवन का क्रिकेट करियर: एक नजरशिखर धवन का करियर भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत ही शानदार रहा है। उन्होंने 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता। धवन ने भारत के लिए कुल 269 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 10,867 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 34 मैचों में 2,315 रन, वनडे में 167 मैचों में 6,793 रन, और टी20 में 68 मैचों में 1,759 रन बनाए।धवन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 24 शतक और 55 अर्धशतक जड़े हैं। वनडे क्रिकेट में उनके नाम 17 शतक और 39 अर्धशतक, जबकि टेस्ट क्रिकेट में 7 शतक और 5 अर्धशतक हैं। टी20 क्रिकेट में भी उन्होंने 11 अर्धशतक बनाए हैं।धवन का संन्यास: क्या कहा उन्होंने?धवन ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि वह सुकून में हैं और उन्हें अपने करियर को लेकर किसी प्रकार की कोई निराशा नहीं है। उन्होंने कहा कि वह गर्व के साथ अपने क्रिकेट करियर को समाप्त कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने देश के लिए बहुत खेला है और एक लंबा और सफल करियर बिताया है।इस तरह, शिखर धवन का क्रिकेट करियर एक ऐतिहासिक यात्रा की तरह रहा है, जो क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए दर्ज रहेगा। उनके संन्यास की खबर से भारतीय क्रिकेट जगत में एक युग का अंत हो गया है।