टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर का कार्यकाल एक बड़ी चुनौती के साथ शुरू हुआ है। हालांकि उन्होंने श्रीलंका दौरे पर टी20 सीरीज में जीत दर्ज की थी, लेकिन वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था। अब गंभीर के सामने आने वाला साल बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि उन्हें 16 टेस्ट मैचों में अपनी काबिलियत साबित करनी होगी।बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से होगी गंभीर की परीक्षा की शुरुआतगौतम गंभीर की पहली बड़ी परीक्षा बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज से शुरू होगी। टीम इंडिया फिलहाल एक लंबे ब्रेक पर है, लेकिन सितंबर में उसे बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। यह सीरीज भारत में ही आयोजित की जाएगी। पहला टेस्ट 19 से 23 सितंबर तक चेन्नई में होगा, जबकि दूसरा टेस्ट 27 सितंबर से 1 अक्टूबर तक कानपुर में खेला जाएगा। इस सीरीज से यह साफ होगा कि गंभीर ने टीम के साथ अपनी रणनीति कैसे तैयार की है और टीम कितनी अच्छी तरह से उन्हें फॉलो कर रही है।बांग्लादेश के बाद न्यूजीलैंड की चुनौतीबांग्लादेश के बाद टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है, जो भारत में ही आयोजित होगी। यह सीरीज 16 अक्टूबर से शुरू होगी। पहला टेस्ट बेंगलुरु में 16 से 20 अक्टूबर तक होगा, दूसरा पुणे में 24 से 28 अक्टूबर तक और तीसरा और आखिरी टेस्ट मुंबई में 1 से 5 नवंबर तक खेला जाएगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ यह सीरीज भी गौतम गंभीर के लिए एक महत्वपूर्ण इम्तिहान होगी, क्योंकि न्यूजीलैंड की टीम अपनी मजबूत गेंदबाजी के लिए जानी जाती है।ऑस्ट्रेलिया में होगा गंभीर का सबसे बड़ा इम्तिहानगौतम गंभीर के लिए इस साल का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण इम्तिहान ऑस्ट्रेलिया दौरा होगा। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जाएगी। यह सीरीज 22 नवंबर से शुरू होगी और अगले साल की शुरुआत तक चलेगी। इस सीरीज में एक डे-नाइट टेस्ट भी शामिल है, जिसे पिंक बॉल से खेला जाएगा। भारतीय टीम पर्थ, एडिलेड, ब्रिसबेन, मेलबर्न और सिडनी जैसे चुनौतीपूर्ण मैदानों में उतरेगी। इस सीरीज के नतीजे गंभीर के कोचिंग करियर की दिशा तय कर सकते हैं।इंग्लैंड दौरे पर भी मिलेगी कड़ी चुनौतीऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टीम इंडिया अगले साल इंग्लैंड का दौरा करेगी, जहां 5 टेस्ट मैच खेले जाएंगे। इस सीरीज का पहला टेस्ट 20 जून से लीड्स में खेला जाएगा, जबकि आखिरी टेस्ट 31 जुलाई को होगा। इस दौरान भारतीय टीम बर्मिंघम, लॉर्ड्स और मैनचेस्टर के ऐतिहासिक मैदानों पर भी खेलेगी। इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट मैच जीतना हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रहा है, और गंभीर को अपने खिलाड़ियों को इन परिस्थितियों के लिए तैयार करना होगा।वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल भी होगा महत्वपूर्णगौतम गंभीर के सामने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 का फाइनल भी एक बड़ी चुनौती के रूप में होगा। टीम इंडिया ने फाइनल में जगह बना ली है, और यह फाइनल इंग्लैंड में होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले खेला जाएगा। इस फाइनल में जीत हासिल करने पर गंभीर की कोचिंग का स्तर और भी ऊंचा हो जाएगा, जबकि हार उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ सकता है।गंभीर के लिए होगा 'करो या मरो' का सालटीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर के लिए यह साल 'करो या मरो' की स्थिति में बदल सकता है। उनके सामने 16 बड़े टेस्ट मैचों की चुनौती है, जिसमें उन्हें अपनी कोचिंग क्षमता और टीम की मजबूती साबित करनी होगी। बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ उन्हें टीम इंडिया को जीत की राह पर ले जाना होगा। अगर गंभीर इन चुनौतियों में सफल होते हैं, तो उनकी कोचिंग का सफर लंबा और सफल हो सकता है। अन्यथा, उनके लिए यह सफर बहुत ही मुश्किल हो सकता है।